5 Simple Techniques For kismat ka upay
5 Simple Techniques For kismat ka upay
Blog Article
पत्नी सुख दुख का साथी होती है और बच्चे प्रेम का प्रतीक माने जाते हैं ऐसे में यदि आप अपनी किस्मत को चमकाने के उपाय कर रहे हैं तो अपनी पत्नी और बच्चों को कभी भी दुख ना दें। परिवार जितना खुशहाल रहेगा आपकी किस्मत इतनी ही अच्छी रहेगी यदि आप अपने बच्चों को दुख देते हैं तो आपके तरक्की के रास्ते भी बाधित होते हैं इसलिए ध्यान रहे कि अपनी किस्मत को चमकाने के लिए सदैव पति पत्नी और बच्चों को खुश रखें।
बेडरूम में अपनाएं ये वास्तु टिप्स, दांपत्य जीवन में बना रहेगा प्यार
भगवान कृष्ण ने रणभूमि में अर्जुन को ब्रह्मज्ञान देते हुए कहा था, हे अर्जुन! कर्म करो फल की इच्छा न करो. वास्तविकता में हमारे कर्म ही हमारे भाग्य का निर्धारण करते हैं. यह एक ही सिक्के के दो पहलुओं की तरह हैं. कर्म करते हुए हमें भाग्य के महत्त्व को नकारना नहीं चाहिए.
वास्तु दोष के निवारण तथा प्रभावी उपाय
सोई किस्मत को जगाना है तो पंछियों को पानी और खाना खिलाना शुरू कर दें
श्रवण नक्षत्र में जन्मे व्यक्ति का भविष्यफल
कुबेर धन के देव माने जाते हैं और घर में आर्थिक संपन्नता के लिए उनकी कृपा और प्रसन्नता अहम है। वे आपसे प्रसन्न हैं तो घर तो आपको पर्याप्त धन और समृद्धि मिल सकती है। भगवान कुबेर को यदि प्रसन्न करना है और उनकी कृपा प्राप्त करना है तो व्यक्ति को वास्तु उपायों का पालन करना चाहिए।
लोग लोग अपने कर्म से ज्यादा भाग्य पर भरोसा करते हैं। हाथों में भाग्य रेखाएं होती हैं, उसी तरह कुंडली में नौवां स्थान भाग्य का माना गया है। हालांकि कर्म और भाग्य दोनों ही एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। कर्म के सिद्धांत को समझे बगैर आप भाग्य को नहीं समझ सकते हैं। यदि किसी से यह कहा जाए कि भाग्य जैसा कुछ नहीं होता तो वह ऐसे कई उदाहरण बता देगा जिसमें भाग्य का रोल रहा है, जैसे किसी की लॉटरी खुल जाना, अचानक किसी का मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री बन जाना, आसमान से गिरने के बाद में भी सही-सलामत बच जाना आदि। खैर...
हाथों में भाग्य रेखा- हाथों में भाग्य रेखा होती है। राहु या केतु पर्वत से निकलकर शनि या गुरु पर्वत की ओर जाने वाली रेखा को भाग्य रेखा कहते हैं। भाग्य रेखा यदि सरल और स्पष्ट है तो व्यक्ति का भाग्य साथ देगा लेकिन यह रेखा यदि टूटी-फूटी और अस्पष्ट है तो कर्म पर ही निर्भर रहना होगा। यह भी मान्यता है कि यदि यह रेखा कलाई से निकलकर गुरु पर्वत में मिल जाए तो व्यक्ति बहुत ही ज्यादा भाग्यशाली होता है लेकिन शनि पर्वत में मिल जाए तो भाग्य की कोई ग्यारंटी नहीं। लेकिन यदि आपके हाथ में यह रेखा है ही नहीं तो फिर क्या करें?
Every single early morning, be a part of your palms alongside one another and chant this mantra. You will be blessed through the gods and goddesses!
दान करने से घर में कभी खाने-पीने की कमी नहीं होती है. अतः हर शुक्रवार जरूरतमंदों को चावल दान करें. साथ ही मां लक्ष्मी की पूजा करें.
* मिथुन राशि के जातक माँस, मदिरा आदि का बिलकुल भी सेवन न करें ।घर में मछली ना पालें। इस राशि के जातक स्त्रियों को पूर्ण सम्मान दें, अपनी माता को पूर्ण आदर सत्कार दें click here और छोटी कन्याओं को खुश करके उनका आशीर्वाद लें।
घर को हमेशा साफ-स्वच्छ रखना चाहिए। रोज सुबह झाड़ू-पोंछा करें। सूर्यास्त के बाद झाड़ू-पोंछा नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से मां लक्ष्मी रूठ जाती हैं और व्यक्ति को आर्थिक हानि का सामना भी करना पड़ सकता है। धर्म ग्रंथों के अनुसार, जो व्यक्ति सूर्यास्त के बाद झाड़ू-पोछा करता है, देवी लक्ष्मी उस घर में निवास नहीं करती और वहां से चली जाती हैं।
बुध ग्रह को प्रसन्न करने के लिए आप विशेष रूप से विष्णु सहस्त्रनाम, दुर्गा सप्तशती का पाठ, और गणेश जी की पूजा करना विशेष फलदायी बताया गया है। पूजा में गणेश जी को दूर्वा चढ़ाना अति लाभप्रद होगा।